भाईंदर मेट्रो को काशिगांव स्टेशन के लिए जमीन की समस्या, प्रोजेक्ट में हो रही देरी

भाईंदर: मिरा भाईंदर मेट्रो-9 के काशिगांव स्टेशन के निर्माण में बड़ी अड़चनें सामने आ रही हैं। जमीन से जुड़े विवाद के कारण पिछले दो वर्षों में सरकार को 77 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिससे इस प्रोजेक्ट के दिसंबर तक शुरू होने में देरी की संभावना है। मिरा भाईंदर में दहिसर-भाईंदर मेट्रो मार्गिका 9 का काम पिछले पांच सालों से तेजी से चल रहा है, और अब तक 87% काम पूरा हो चुका है। हालांकि, काशिगांव स्टेशन के लिए आवश्यक जगह के अभाव में मेट्रो का निर्माण अधर में लटका हुआ है। यह भूमि सेवेन इलेवन कंपनी की है, जो कि सर्विस रोड के लिए आरक्षित है। महापालिका ने 2022 में टीडीआर के जरिए जमीन अधिग्रहण का प्रयास किया, लेकिन कंपनी के विरोध के कारण इस प्रक्रिया में देरी हो रही है। इस समस्या के कारण एमएमआरडीए ने स्टेशन की सीढ़ियों के निर्माण को नाले के पास शिफ्ट करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब कंपनी ने नाले के ऊपर की जमीन पर भी अपना दावा किया है, जिससे काम ठप हो गया है। आमदार गीता जैन ने आरोप लगाया है कि इस विवाद के कारण हर महीने सरकार को करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है, और अब तक 77 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। वहीं, सेवेन इलेवन कंपनी ने पत्र जारी कर प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।
आजी-माजी आमदारों में टकराव:
सेवेन इलेवन कंपनी माजी आमदार नरेंद्र मेहता के परिवार की है। गीता जैन ने आरोप लगाया है कि मेहता इस विवाद में अड़ंगा डालकर मेट्रो का काम रोक रहे हैं। हालांकि, नरेंद्र मेहता ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वे मेट्रो परियोजना में कोई अड़चन नहीं डाल रहे हैं और कंपनी जमीन देने को तैयार है, लेकिन प्रशासन उचित मुआवजा नहीं दे रहा है।
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