मिरा रोड गोलीबारी घटना का पर्दाफाश; व्यवसायिक विवाद के कारण भाई-बहन ने की हत्या

मिरा रोड गोलीबारी घटना का पर्दाफाश; व्यवसायिक विवाद के कारण भाई-बहन ने की हत्या

मिरा रोड –मिरा रोड के दुकानदार की गोली मारकर की गई हत्या का खुलासा अपराध शाखा 1 और 2 की टीम ने संयुक्त रूप से किया है। फेरीवालों के व्यावसायिक विवाद के कारण भाई-बहन ने यह हत्या अंजाम दी, ऐसा सामने आया है। इस मामले में दो आरोपी भाईयों को गिरफ्तार किया गया है और उनकी बहन को भी हिरासत में लिया गया है। घटना के बाद गोली चलाने वाला आरोपी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

मिरा रोड के शांति शॉपिंग सेंटर में दुकानदार शम्स अंसारी उर्फ सोनू (38) की शुक्रवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच के लिए पुलिस उपायुक्त (अपराध) अविनाश अंबुरे ने अपराध शाखा की संयुक्त टीम का गठन किया था। मिरा रोड रेलवे स्टेशन के पास और पैदल यात्री पुल पर कई फेरीवाले खड़े रहते हैं। इनमें से कुछ फेरीवालों को बैठने की जगह देने को लेकर मृतक शम्स अंसारी और यूसुफ आलम के बीच विवाद था। इस कारण हत्या के बाद यूसुफ पर संदेह था। मोबाइल में पिस्टल की फोटो मिलने से मामला खुला।

अपराध शाखा 2 की टीम ने यूसुफ आलम की बहन को हिरासत में लिया था। उसकी पूछताछ में वह कोई जानकारी नहीं दे रही थी, लेकिन पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच की, जिसमें एक पिस्टल की फोटो मिली। इसके बाद पुलिस ने उसे और अधिक बातों के लिए दबाव डाला, तब उसने हत्या की साजिश का खुलासा किया। उसने बताया कि उसका भाई सैफ आलम (22) हत्यारे के साथ था और उसे नालासोपारा में अपने घर पर छिपा रखा था। उसे हत्या के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद अपराध शाखा 1 की टीम ने बदलापुर से यूसुफ आलम (34) को गिरफ्तार किया।

कैसे की गई हत्या ? 

अपराध शाखा 2 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शाहूराज रणवरे ने बताया कि हत्या के दिन सैफ आलम और हल्लेखोर घटनास्थल पर गए थे। हल्लेखोर ने शम्स अंसारी पर गोली चलाई, फिर दोनों ट्रेन से वसई आ गए। इसके बाद सैफ ने हल्लेखोर को अजमेर जाने के लिए ट्रेन में बिठाया और फिर नालासोपारा के डॉन लेन में अपनी बहन के घर जाकर छिप गए। सोमवार को यूसुफ और सैफ आलम को सत्र न्यायालय ने सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। इस मामले में उनकी बहन को भी हिरासत में लिया गया है और उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। सैफ से हत्या में इस्तेमाल की गई देसी पिस्तौल, मैगज़ीन और 9 गोलियां बरामद की गई हैं।

पुलिस उपायुक्त (अपराध) अविनाश अंबुरे के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस आयुक्त मिलिंद बल्लाळ, अपराध शाखा 1 के प्रमुख वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अविराज कुरहाड़े, अपराध शाखा 2 के प्रमुख वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शाहूराज रणवरे, सहायक पुलिस निरीक्षक सुहास कांबले आदि की टीम ने यह कार्रवाई की।

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