मुंबई में ओला-उबर ड्राइवरों की हड़ताल का पांचवां दिन, यात्रियों को भारी परेशानियां
एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पहुंचने का कोई विकल्प नहीं, लोग सोशल मीडिया पर जता रहे नाराजगी

मुंबई : मुंबई में ओला, उबर और रैपिडो ड्राइवरों की हड़ताल आज पांचवें दिन में प्रवेश कर चुकी है। हड़ताल के कारण शहर में यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन जैसी महत्वपूर्ण जगहों तक पहुंचने में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लोग अपनी नाराजगी और अनुभव साझा कर रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा, “मुंबई में सुबह एयरपोर्ट ड्रॉप के लिए कैब मिलना बेहद मुश्किल हो गया। कैब बुक की और ड्राइवर ने कहा, 'हड़ताल है!' अब क्या करें?”
एक अन्य यूज़र ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को टैग करते हुए लिखा, “सर, कृपया मुंबई की ओला-उबर हड़ताल को जल्द सुलझाएं। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पहुंचने का कोई विकल्प नहीं है। कृपया इसे गंभीरता से लें, लोग बेहद परेशान हैं।”
मुंबई, पुणे और नागपुर में ओला, उबर और रैपिडो के ड्राइवर बेहतर भुगतान, कमीशन में कटौती और काम की बेहतर परिस्थितियों की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। ड्राइवर यूनियनों का कहना है कि वे ऐप आधारित टैक्सी सेवाओं का पूरी तरह से बहिष्कार कर रहे हैं ताकि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाए।
करीब 70 प्रतिशत कैब्स सड़कों से नदारद हैं, जिससे स्कूलों, रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर पहुंचने में लोगों को खासा दिक्कत हो रही है। ड्राइवर यूनियन अब आजाद मैदान में धरने की योजना बना रही है और अपने आंदोलन को और तेज करने की तैयारी में हैं।
एक यूज़र ने नाराजगी जताते हुए कहा, “ओला और उबर ड्राइवर हड़ताल पर हैं, और उनकी मांगें जायज़ हैं। लेकिन यह भी हास्यास्पद है कि सरकार और कंपनियां अभी तक चुप हैं।”
एक अन्य यूज़र ने लिखा, “कम से कम ओला-उबर ऐप पर नोटिफिकेशन तो डाल देते कि ड्राइवर हड़ताल पर हैं। मैं चार घंटे तक कैब बुक करता रहा, कोई नहीं आया!”
इस हड़ताल ने मुंबई जैसे बड़े महानगर की लाइफलाइन को बुरी तरह से प्रभावित किया है और जब तक समाधान नहीं निकलेगा, आम जनता की परेशानियां बढ़ती रहेंगी।
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