वसई : वसई के नायगांव में देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़, 3 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, 2 पीड़िताएं रेस्क्यू

पालघर : पालघर जिले में मानव तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मिरा-भायंदर-वसई विरार पुलिस की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने वसई के नायगांव इलाके में स्थित एक फ्लैट पर छापा मारकर देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जबकि दो महिलाओं को मुक्त कराया गया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नायगांव के एक रिहायशी फ्लैट में देह व्यापार चलाया जा रहा है। इसी सूचना के आधार पर 26 जुलाई को एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम ने कार्रवाई करते हुए फ्लैट पर छापा मारा। पुलिस उपायुक्त (अपराध) मदन बल्लाल ने बताया कि छापेमारी के दौरान एक नाबालिग लड़की मौके पर मिली, जिसे कथित तौर पर देह व्यापार में धकेला जा रहा था। वहीं, एक 21 वर्षीय महिला, जो पहले से ही इस रैकेट की शिकार थी, उसे भी उसी स्थान से रेस्क्यू किया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहम्मद खालिद बापरी, जुबेर हारून शेख और शमिन गफ्फार सरदार के रूप में हुई है। तीनों आरोपी बांग्लादेश के निवासी हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों पीड़िताएं भी बांग्लादेश से तस्करी कर भारत लाई गई थीं और जबरन देह व्यापार में धकेली गई थीं। दोनों को फिलहाल वसई स्थित रेस्क्यू फाउंडेशन द्वारा संचालित एक शेल्टर होम में रखा गया है, जहां उनका संरक्षण और पुनर्वास किया जा रहा है।
इस मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 96 (बालिका की तस्करी), 98 (वेश्यावृत्ति के लिए बच्चे की बिक्री), 143(3) और 143(4) (मानव तस्करी), 144 (तस्करी पीड़िता का शोषण) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त, पॉक्सो (POCSO) अधिनियम और अनैतिक तस्करी निवारण अधिनियम (ITPA) की धाराएं भी आरोपियों पर लगाई गई हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस रैकेट के पीछे और भी लोग शामिल हो सकते हैं और इस दिशा में गहन जांच जारी है। यह कार्रवाई मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति जैसे गंभीर अपराधों पर प्रभावी प्रहार मानी जा रही है।
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