केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में ‘सिंबा’ नामक तेंदुए को लिया गोद

मुंबई: केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (A) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने बुधवार को संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (SGNP) में एक छह साल के तेंदुए 'सिंबा' को गोद लिया। यह गोद लेने की प्रक्रिया वन्यजीव दत्तक योजना के अंतर्गत हुई। अठावले की यह पहल न केवल उनके पर्यावरण प्रेम को दर्शाती है, बल्कि तेंदुओं और वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास भी है।
रामदास अठावले पिछले सात वर्षों से तेंदुए गोद ले रहे हैं, जो वे अपने बेटे जीत अठावले के लिए करते हैं। इस बार भी वे अपनी टीम के साथ रिस्क्यू सेंटर पहुंचे और ‘सिंबा’ को औपचारिक रूप से गोद लिया।
पिछले वर्ष, उन्होंने अपने बेटे के पांचवें जन्मदिन के मौके पर 'भीमा' नामक तेंदुए को गोद लिया था। उस कार्यक्रम में केक कटिंग और बुद्ध वंदना का पाठ भी हुआ था।
इस बार भी अठावले और उनकी पत्नी सीमा अठावले को गोद लिए गए तेंदुए (पैंथेरा पारडस) के लिए प्रमाण पत्र सौंपा गया। उनके एक सहयोगी ने कहा, “मंत्री स्वयं पैंथर जैसे हैं — जो दलित पैंथर आंदोलन का प्रतीक भी रहा है। उनका यह प्रयास वन्यजीवों और पर्यावरण को बचाने की दिशा में एक प्रेरक योगदान है।”
मुंबई और ठाणे जिलों में फैला संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान करीब 105 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और जैव विविधता से परिपूर्ण है। यहाँ 50 से अधिक तेंदुए रहते हैं जो शहरी इलाकों के पास रहने के बावजूद प्राकृतिक वातावरण में सह-अस्तित्व का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
उद्यान में टॉय ट्रेन, शेर और बाघ सफारी, और लगभग 2000 साल पुराने कन्हेरी गुफाओं जैसी अनेक आकर्षण मौजूद हैं। इसके अलावा यहाँ अनेक स्तनधारी, पक्षी, तितलियाँ, उभयचर और सर्पों की प्रजातियाँ भी पाई जाती हैं।
रामदास अठावले की यह पहल न केवल एक संवेदनशील पर्यावरण प्रेमी की भूमिका को दर्शाती है, बल्कि आम नागरिकों को भी वन्यजीवों के संरक्षण में भागीदारी के लिए प्रेरित करती है। SGNP द्वारा चलाए जा रहे Wild Animal Adoption Scheme के तहत आम लोग भी जानवरों को दत्तक लेकर संरक्षण में योगदान दे सकते हैं।
What's Your Reaction?






