जोगेश्वरी में फर्जी BMC कर्मचारियों का पर्दाफाश, दुकानदार की सतर्कता से टली ठगी की कोशिश

जोगेश्वरी में फर्जी BMC कर्मचारियों का पर्दाफाश, दुकानदार की सतर्कता से टली ठगी की कोशिश

मुंबई :मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में एक परिधान दुकानदार ने सतर्कता और समझदारी दिखाते हुए दो फर्जी बीएमसी कर्मचारियों द्वारा की जा रही ठगी की कोशिश को नाकाम कर दिया। 39 वर्षीय चिराग कांतारिया नामक दुकानदार ने न केवल ठगों की चाल को समझा बल्कि उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले भी कर दिया।

घटना गुरुवार को घटी, जब दो युवक चिराग की दुकान पर पहुंचे और खुद को बीएमसी कर्मचारी बताते हुए दुकान में अग्निशमन सुरक्षा में कथित अनियमितताओं का हवाला देने लगे। उन्होंने दावा किया कि दुकान के फायर एक्सटिंग्विशर खाली हैं और इसके एवज में ₹5,000 की मांग करने लगे। जब चिराग ने उनसे रसीद देने को कहा, तो एक आरोपी ने धमकी भरे लहजे में कहा कि यदि रसीद चाहिए तो जुर्माने की राशि दोगुनी हो जाएगी।

इस बातचीत से चिराग को शक हुआ। उन्होंने तुरंत अपनी पत्नी पूजा और मित्र अतिश तिवारी को बुलाया। जब दोनों आरोपियों ने अपने पहचान पत्र दिखाए, तो अतिश ने उनकी वैधता पर सवाल उठाते हुए उसमें कई खामियां पाईं—जैसे कि फर्जी लगती वैलिडिटी डेट। अतिश ने तुरंत एक परिचित बीएमसी अधिकारी से संपर्क किया और पुष्टि की कि ऐसे कोई निरीक्षक बीएमसी द्वारा नियुक्त नहीं किए गए हैं। यह जानकर साफ़ हो गया कि दोनों युवक ठगी के इरादे से आए हैं।

स्थिति भांपते ही दोनों आरोपी भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान उन्होंने दुकान के चौकीदार उमेश मनाल को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे वह घायल हो गए। लेकिन चिराग और अतिश ने साहस दिखाते हुए दोनों को पकड़ लिया और जोगेश्वरी पुलिस को सौंप दिया।

पुलिस ने आरोपियों की पहचान 40 वर्षीय उमेश ठाकुर, जो अंधेरी ईस्ट का निवासी है, और 27 वर्षीय हर्षद कटपारा, जो जोगेश्वरी ईस्ट का रहने वाला है, के रूप में की। दोनों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 125(ए) (किसी की जान या सुरक्षा को खतरे में डालना) और धारा 204 (लोक सेवक का रूप धारण कर धोखाधड़ी करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस द्वारा दोनों को गिरफ्तार तो किया गया, लेकिन पूछताछ के बाद नोटिस थमाकर छोड़ दिया गया क्योंकि उनके खिलाफ कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं पाया गया।

यह घटना मुंबई जैसे महानगर में बढ़ती नागरिक सजगता का प्रतीक है। चिराग कांतारिया की सतर्कता और साहस से न केवल एक ठगी की कोशिश नाकाम हुई, बल्कि यह भी स्पष्ट हुआ कि आम लोग अब जागरूक होकर फर्जीवाड़ों के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow