श्रीनगर:पहालगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में फंसे महाराष्ट्र के पर्यटकों की मदद के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बुधवार को श्रीनगर पहुंचे। एयरपोर्ट के पास बनाए गए कैंप में पहुंचकर उन्होंने फंसे हुए पर्यटकों से मुलाकात की और उन्हें जल्द मुंबई वापसी का आश्वासन दिया।

शिंदे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट कर बताया कि वे वहां सिर्फ उपमुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक मराठी भाई के तौर पर पहुंचे हैं ताकि संकट की घड़ी में अपने राज्य के लोगों के साथ खड़े हो सकें।

उन्होंने लिखा, "मैंने कई पर्यटकों से मुलाकात की — वे थके हुए थे, चिंतित थे, लेकिन उनके हौसले बुलंद थे। जब उन्हें यह पता चला कि सरकार उनके साथ है, तो उनके चेहरे पर राहत दिखाई दी। हम सभी को सम्मान और सुरक्षा के साथ घर लाएंगे।"

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, हमले के बाद कई महाराष्ट्र निवासी पर्यटक श्रीनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में फंसे रह गए थे। इनमें से कई ने सीधे एकनाथ शिंदे से संपर्क कर सहायता की अपील की थी। प्रतिक्रिया स्वरूप, शिंदे ने शिवसेना राहत दल को रवाना किया, जिसकी अगुवाई अभिजीत दरेकर (शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के पीए) और उपजिला प्रमुख राजेश कदम ने की।

फंसे हुए नागरिकों की मदद के लिए स्वयं श्रीनगर पहुंचे शिंदे ने राहत कार्यों की निगरानी की और पर्यटकों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

महाराष्ट्र सरकार ने विशेष विमानों की व्यवस्था की है। पहला विमान बुधवार रात 65 पर्यटकों को लेकर मुंबई के लिए रवाना हुआ। कल सुबह, दोपहर और शाम को तीन और उड़ानें पर्यटकों को लेकर मुंबई पहुंचेंगी।

उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि उनकी प्रत्यक्ष मौजूदगी से पर्यटकों को भावनात्मक संबल मिला है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे घबराएं नहीं—सरकार उनके साथ खड़ी है और सभी को सुरक्षित घर पहुंचाया जाएगा।

इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में हमले की विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल है।

भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए पहलगाम, अनंतनाग और बाइसरन क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।