गणेशोत्सव से पहले कोंकण रेलवे ने शुरू की 'कार ऑन ट्रेन' सेवा, तीर्थयात्रियों के लिए बड़ी सुविधा

मुंबई, 22 जुलाई – कोंकण रेलवे ने गणेशोत्सव के मद्देनज़र तीर्थयात्रियों की सहूलियत के लिए एक नई सेवा 'कार ऑन ट्रेन' की शुरुआत की है। इस सेवा के तहत यात्री अब अपने वाहन को रेलमार्ग से कोंकण क्षेत्र तक पहुंचा सकेंगे। यह सेवा "रो-रो" (रोल ऑन/रोल ऑफ) मॉडल पर आधारित है, जिसमें वाहन ट्रेन में चढ़ाए और उतारे जाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य लंबी सड़कों की थकान और ट्रैफिक से राहत देना है।
इस सेवा के अंतर्गत एक वाहन के परिवहन की लागत ₹7,875 रखी गई है। एक वाहन के साथ अधिकतम तीन यात्री यात्रा कर सकते हैं, जिन्हें एसी कोच या एसएलआर डिब्बे में बैठने की सुविधा मिलेगी। यात्रियों को स्टेशन पर यात्रा से तीन घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य है ताकि दस्तावेज़ी प्रक्रिया पूरी की जा सके।
कोंकण रेलवे ने इस सेवा के साथ-साथ गणेशोत्सव विशेष ट्रेनों की भी घोषणा की है, जिनकी बुकिंग 25 जुलाई से सभी पीआरएस केंद्रों, इंटरनेट और आईआरसीटीसी वेबसाइट पर शुरू होगी। रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे www.enquiry.indianrail.gov.in पर जाकर स्टॉपेज और समय सारिणी की जानकारी लें।
गणपति स्पेशल ट्रेनें:
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01152 सावंतवाड़ी रोड - मुंबई सीएसएमटी (प्रतिदिन)
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01172 सावंतवाड़ी रोड - लोकमान्य तिलक टर्मिनस (प्रतिदिन)
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01154 रत्नागिरी - मुंबई सीएसएमटी (प्रतिदिन)
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01104 सावंतवाड़ी रोड - मुंबई सीएसएमटी (प्रतिदिन)
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01168 सावंतवाड़ी रोड - एलटीटी (प्रतिदिन)
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01166 मडगांव - एलटीटी (साप्ताहिक)
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01186 मडगांव - एलटीटी (साप्ताहिक)
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01130 सावंतवाड़ी रोड - एलटीटी (साप्ताहिक)
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01446 रत्नागिरी - पुणे (साप्ताहिक)
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01448 रत्नागिरी - पुणे (साप्ताहिक)
कोंकण क्षेत्र में भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जिसमें केवल रायगढ़ जिले में ही 1 लाख से अधिक घरों में गणपति विराजमान होते हैं। रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग को मिलाकर इस वर्ष कुल 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
मुंबई-गोवा हाईवे की जर्जर हालत के कारण यात्रियों को सड़क मार्ग से सफर करने में परेशानी होती है। ऐसे में 'कार ऑन ट्रेन' सेवा एक भरोसेमंद विकल्प बनकर सामने आई है।
इसके अतिरिक्त, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग तक समुद्री मार्ग से नौकाओं के ज़रिए भी 4 से 6 घंटे की यात्रा का विकल्प उपलब्ध रहेगा। आमतौर पर जहां 35-40 नियमित ट्रेनें चलती हैं, वहीं गणेशोत्सव के दौरान यह संख्या बढ़कर 300-320 तक पहुंच जाती है।
'कार ऑन ट्रेन' सेवा के शुरू होने से यह उम्मीद जताई जा रही है कि गणेशोत्सव के दौरान यात्रियों की यात्रा और भी सरल और सुविधाजनक होगी।
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