मुंबई एनजीओ ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की ‘लीगल एड ऑन व्हील्स’ सेवा

मुंबई, भारत: मुंबई स्थित एनजीओ ‘दर्द से हमदर्द तक’ ने वरिष्ठ नागरिकों और समाज के वंचित वर्गों को नि:शुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए ‘लीगल एड ऑन व्हील्स’ पहल शुरू की है। इस सेवा के तहत दो वकील और दो पैरा-लीगल स्वयंसेवक लोगों तक पहुंचकर उनकी कानूनी सहायता करते हैं। यह सेवा मुंबई के अलावा पुणे और महाराष्ट्र के अन्य जिलों में भी उपलब्ध कराई जा रही है।
एनजीओ के संस्थापक एडवोकेट प्रकाश सालसिंगीकर ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य लोगों को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें जेल जाने से पहले ही उचित सहायता प्रदान करना है। उन्होंने कहा, "अब तक हम जेलों में बंद विचाराधीन कैदियों को कानूनी सहायता देते थे, लेकिन अब हम लोगों को पहले से ही उनके अधिकारों की जानकारी देकर उनकी मदद कर रहे हैं।"
अब तक कई मामलों में सहायता दी जा चुकी है, जिसमें एक 66 वर्षीय इजरायली महिला, जो बोरीवली में अपने 71 वर्षीय पति द्वारा शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना झेल रही थी, शामिल है। पुलिस स्टेशन के पास रहने के बावजूद उसे मदद नहीं मिल रही थी, लेकिन एनजीओ की टीम, सामाजिक कार्यकर्ता प्रतीक साखुलकर के नेतृत्व में, तुरंत सक्रिय हुई और उसे कानूनी राहत दिलाई।
यह पहल कानूनी छात्रों के लिए भी एक शानदार अवसर है, जहां वे वास्तविक मामलों पर काम कर सकते हैं, वरिष्ठ वकीलों के साथ बातचीत कर सकते हैं और निःशुल्क कानूनी सेवा का महत्व समझ सकते हैं। बांद्रा से बोरीवली और पुणे तक बढ़ती कॉल्स को देखते हुए, एनजीओ इस सेवा को और विस्तार देने की योजना बना रहा है।
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