मुंबई पुलिस ने राजस्थान से 1.8 करोड़ रुपये मूल्य के चोरी किए गए छह ट्रक बरामद किए, दो गिरफ्तार

मुंबई, 28 जून: मुंबई के वनराई पुलिस स्टेशन को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने भारी वाहनों की चोरी और उनकी अवैध बिक्री से जुड़े एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 1.8 करोड़ रुपये मूल्य के छह ट्रक राजस्थान से बरामद किए हैं। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
तकनीकी खुफिया सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई में, पुलिस ने गुजरात के सूरत ग्रामीण में झंखवाव पुलिस की मदद से इंदौर निवासी नरसिंह रामस्वरूप सिंह (44 वर्ष) को एक चोरी किए गए ट्रक के साथ पकड़ा। पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर से इस गिरोह के कथित मास्टरमाइंड जावेद अब्दुल्ला शेख (54 वर्ष) को गिरफ्तार किया।
जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि आरोपी चोरी किए गए ट्रकों को गुजरात ले जाते थे, जहां वे मूल इंजन और चेसिस नंबर हटाकर उन्हें छोटे वाहनों के फर्जी नंबरों से बदल देते थे। इस छेड़छाड़ के लिए स्थानीय गैराज मालिक को प्रति ट्रक ₹50,000 दिए जाते थे।
इसके बाद आरोपी फर्जी दस्तावेज बनवाकर RTO से नकली पंजीकरण कराते और उन ट्रकों को कम कीमत पर भोले-भाले खरीदारों को बेच देते थे।
पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि गिरोह ने फर्जी दस्तावेजों के ज़रिये बैंक लोन दिलाने तक की व्यवस्था कर रखी थी, जिससे पूरा लेन-देन वैध प्रतीत होता था।
पुलिस उपायुक्त (जोन 12) महेश चिमटे और वरिष्ठ निरीक्षक सुभाषचंद्र पोस्चर के मार्गदर्शन में, सब-इंस्पेक्टर रंजीत वनवे और अभिजीत भिसे के नेतृत्व में विशेष टीम को राजस्थान भेजा गया।
वनराई पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक गिरीश बाने ने जानकारी दी कि टीम ने राजस्थान के बांसवाड़ा, डूंगरपुर और सलूंबर जिलों से चोरी किए गए छह भारी वाहनों को सफलतापूर्वक बरामद किया।
गिरीश बाने ने बताया, “हमारी जांच अभी जारी है। गिरोह से जुड़े अधिक व्यक्तियों की पहचान की जा रही है और अन्य वाहनों का भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।”
इस कार्रवाई ने मुंबई पुलिस की कुशल योजना और तेज़ कार्रवाई की क्षमता को फिर से साबित किया है। जनता से अपील की गई है कि वाहन खरीदते समय पंजीकरण और दस्तावेजों की वैधता की पूरी जांच करें।
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