पटना गैंगवार: 'बॉलीवुड स्टाइल' शूटआउट का मास्टरमाइंड तौसीफ बादशाह कौन है?

पटना, 18 जुलाई 2025 : पटना के नामी पारस अस्पताल में हुई गैंगस्टर चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े हत्या ने पूरे बिहार को दहला कर रख दिया है। इस हत्याकांड के बाद एक नया नाम सुर्खियों में आया है—तौसीफ बादशाह। सीसीटीवी फुटेज में जिस तरह से तौसीफ ने अस्पताल के आईसीयू में घुसकर गोली चलाई, उसने आम लोगों से लेकर पुलिस तक को हैरान कर दिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह हत्या पटना के अंडरवर्ल्ड में चल रही गैंगवॉर का हिस्सा है। मारे गए चंदन मिश्रा पहले गैंगस्टर शेरू के करीबी थे। दोनों के बीच भोलपुर जेल में मतभेद हुआ, जिसके बाद चंदन ने अपनी अलग गैंग बना ली—जो अब भी “शेरू गैंग” के नाम से जानी जाती है।
तौसीफ मूल रूप से पटना के फुलवारी शरीफ का रहने वाला है। उसके पारिवारिक पृष्ठभूमि को देखें तो अपराध से कोई सीधा संबंध नहीं दिखता—पिता हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं और मां एक स्कूल में शिक्षिका हैं। तौसीफ ने सेंट कैरेन्स स्कूल से पढ़ाई की है। लेकिन पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह पहले से ही एक आर्म्स एक्ट केस में नामजद था।
हाल के दिनों में तौसीफ का झुकाव संगठित अपराध की ओर बढ़ा। पुलिस को शक है कि वह पैसों के लिए सुपारी लेकर हत्या करता था या अपराधियों को लॉजिस्टिक सहायता देता था।
पारस अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में तौसीफ बेहद ठंडे दिमाग से चलता हुआ नजर आता है। गोली चलाने के बाद उसके साथी भाग जाते हैं लेकिन वह न तो डरता है और न ही अपनी पहचान छिपाता है। यही नहीं, वारदात के बाद सामने आई तस्वीरों में वह बाइक पर बैठा, हवा में पिस्टल लहराता हुआ नजर आता है। उसके एक साथी की फोटो भी वायरल हुई है जिसमें वह दोनों हाथ उठाकर "जीत" का जश्न मना रहा है।
पुलिस अब तक छह संदिग्धों को हिरासत में ले चुकी है और कई गैंग हाइडआउट्स पर छापेमारी कर रही है। लेकिन मुख्य आरोपी तौसीफ बादशाह अब भी फरार है। सोशल मीडिया पर लोग बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, जहां अस्पताल जैसे सुरक्षित स्थान में भी अपराधी खुलेआम गोली चला रहे हैं।
इस पूरी घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या बिहार में अब अपराधी खुद ही न्याय करने लगे हैं? पुलिस, कोर्ट और कानून की जरूरत खत्म होती जा रही है?
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