₹35.45 लाख की ट्रेन चोरी 48 घंटे में सुलझी; आरोपी गिरफ्तार, सभी कीमती सामान बरामद

मुंबई: इंदौर-दौंड एक्सप्रेस ट्रेन में हुए ₹35.45 लाख के कीमती आभूषण और नकदी चोरी के मामले को आरपीएफ, जीआरपी और लोकल क्राइम ब्रांच ने महज 48 घंटे में सुलझा लिया।
73 वर्षीय वृद्धा, जो अपने पति के साथ धार्मिक भागवत कार्यक्रम में भाग लेने इंदौर से लोनावला जा रही थीं, ने रात में अपना हैंडबैग जिसमें हीरे की ज्वेलरी, सोने के आभूषण और ₹50,000 नकद थे, अपने बगल में रखकर सोई थीं। सुबह करीब 7:30 बजे, जब ट्रेन लोनावला पहुंचने वाली थी, तो उन्होंने देखा कि बैग गायब है। उन्होंने तुरंत रेलवे हेल्पलाइन 139 पर कॉल किया और जीआरपी लोनावला में एफआईआर दर्ज कराई गई।
ट्रेन के मार्ग पर पड़ने वाले इंदौर, उज्जैन, सूरत, वसई रोड, कल्याण और लोनावला स्टेशनों पर जांच शुरू की गई। कल्याण स्टेशन के सीसीटीवी में एक संदिग्ध यात्री दिखा, जो लंबे समय तक स्टेशन पर रुका रहा और कैमरों से बचता रहा। आरोपी की पहचान महेश अरुण घाग उर्फ विक्की, चेंबूर (मुंबई) निवासी और हाल ही में जमानत पर छूटे अपराधी के रूप में हुई।
पुलिस ने उसके ठिकाने पर छापा मारा और सभी चोरी के सामान - हीरे का ब्रेसलेट, नेकलेस, अंगूठियां, सोने की चेन, घड़ी और नकद राशि बरामद कर ली। पीड़िता के परिवार को पूरी संपत्ति लौटा दी गई, जिन्होंने पुलिस का आभार व्यक्त किया।
यह मामला भारतीय रेलवे और महाराष्ट्र पुलिस की तत्परता और दक्षता को दर्शाता है। प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत रेलवे स्टाफ या 139 हेल्पलाइन पर दें।
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