ठाणे: 750 कर्मचारियों की छंटनी के विरोध में KDMC सफाई कर्मचारियों की हड़ताल, ठेकेदार ने 15 अगस्त से पुनर्नियुक्ति का दिया आश्वासन

मुंबई, 30 जुलाई: कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका (KDMC) के सफाई कर्मचारियों ने उस समय जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जब ठोस कचरा प्रबंधन का नया ठेका मिलने के बाद सुमित एन्क्लोप्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 750 संविदा कर्मचारियों को काम से हटा दिया। इस अचानक की गई छंटनी के खिलाफ कर्मचारियों ने खाम्बालपाड़ा वाहन डेपो के बाहर हड़ताल शुरू की। शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे गट) के हस्तक्षेप के बाद ठेकेदार कंपनी ने 15 अगस्त से सभी हटाए गए कर्मचारियों को चरणबद्ध रूप से पुनः नियुक्त करने का आश्वासन दिया।
पूर्व में 'सिक्योर वन' नामक कंपनी के पास KDMC क्षेत्र की सफाई और कचरा संकलन का ठेका था। यह कार्य अब सुमित एन्क्लोप्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है। पहले 1,250 कर्मचारी सफाई कार्य में लगे थे, लेकिन नई कंपनी ने केवल 500 कर्मचारियों को ही काम पर रखा। इससे बाकी 750 कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया, और उन्होंने विरोध दर्ज करवाते हुए हड़ताल शुरू कर दी।
हड़ताल की सूचना मिलते ही शिवसेना (UBT) के जिलाध्यक्ष दीपेश म्हात्रे कर्मचारियों से मिले और उनकी समस्याएं सुनीं। इसके बाद वे पार्टी पदाधिकारियों के साथ खाम्बालपाड़ा डेपो पहुंचे। वहां उन्होंने KDMC के उपायुक्त प्रसाद बोऱकर, ठेकेदार कंपनी के प्रमुख अनंत जोशी और अभिषेक बुराशे से बातचीत की। लंबे विमर्श के बाद कंपनी ने घोषणा की कि 750 कर्मचारियों को 15 अगस्त से दोबारा नौकरी पर रखा जाएगा। यह आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल समाप्त की गई।
KDMC उपायुक्त प्रसाद बोऱकर ने स्पष्ट किया कि यदि कंपनी इन कर्मचारियों की पुनर्नियुक्ति के लिए मनपा से अलग से भुगतान की मांग करती है, तो कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने शिवसेना प्रतिनिधिमंडल को यह भी आश्वासन दिया कि पूर्व ठेकेदार के बकाया वेतन का निपटारा जल्द किया जाएगा।
दीपेश म्हात्रे ने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में श्रमिकों के हितों के साथ कोई समझौता किया गया, तो शिवसेना की ओर से बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
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