नालासोपारा हत्याकांड: पत्नी ने गला दबाकर की थी हत्या

वसई : नालासोपारा में विजय चौहान की हत्या जहर देकर नहीं, बल्कि गला दबाकर की गई थी। मृतक विजय चौहान की पत्नी चमन देवी ने उसका गला दबाकर हत्या की और फिर अपने प्रेमी मोनू शर्मा की मदद से शव को ठिकाने लगाया।
विजय चौहान की हत्या 2 जुलाई की रात से लेकर 3 जुलाई की सुबह के बीच हुई थी। हत्या से एक दिन पहले विजय चौहान ने अपनी पत्नी चमन देवी को उसके प्रेमी के साथ रंगेहाथ पकड़ लिया था। इसके बाद पति-पत्नी के बीच जोरदार झगड़ा हुआ। अगले दिन विजय काम पर गया और रात को शराब के नशे में घर लौटा। जब उसने खाना माँगा, तो चमन ने इनकार कर दिया, जिससे झगड़ा फिर से भड़क गया। इसके बाद चमन ने बदला लेने का फैसला किया और तड़के 2 से 3 बजे के बीच विजय का गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद चमन देवी ने मोनू शर्मा को फोन करके जानकारी दी। मोनू घर आया। दोनों ने मिलकर शव को चादर में लपेटकर बेड पर रखा। अगले दिन उन्होंने बहाना बनाया कि घर में पानी की टंकी लगवानी है और मजदूरों को बुलाया। मजदूरों से छह फीट गहरा और चार फीट चौड़ा गड्ढा खुदवाया गया। इसी गड्ढे में विजय का शव दफनाया गया।
कुछ दिनों बाद मजदूरों ने यह बात विजय के भाई को बताई। इसके बाद उसने पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज कराई। जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो चमन देवी और मोनू शर्मा फरार पाए गए। चमन देवी का आखिरी फोन लोकेशन पुणे के हडपसर इलाके में मिला। पुलिस ने ससाणेनगर की म्हाडा कॉलोनी में करीब 3000 घरों की तलाशी ली। एक मेडिकल दुकान के पास चमन का बेटा दिखा, जिससे जांच आगे बढ़ी और दोनों को हिरासत में लिया गया।
दोनों को वसई कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 30 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
डीसीपी सुहास बावचे ने बताया कि चमन देवी और मोनू शर्मा पिछले डेढ़ साल से अवैध संबंधों में थे। विजय को इसकी जानकारी हो गई थी, जिस कारण अक्सर झगड़े होते थे, और इन्हीं झगड़ों के चलते विजय चौहान की हत्या की गई।
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