मुंबई, भारत : मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने ₹122 करोड़ के घोटाले में शामिल छठे आरोपी अरुणाचलम उल्लहनाथन मरुथुवर को गिरफ्तार कर लिया है। मरुथुवर लंबे समय से फरार था, लेकिन अब उसने आत्मसमर्पण कर दिया है। अदालत ने उसे 18 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

यह घोटाला 12 फरवरी को RBI निरीक्षण के दौरान सामने आया था। जांच में पाया गया कि बैंक के पूर्व जनरल मैनेजर हितेश मेहता ने 2019 से 2025 के बीच धन का दुरुपयोग किया और अपने सहयोगियों धर्मेश पौन और मरुथुवर की मदद से इसे गबन किया। पुलिस के अनुसार, मरुथुवर ने ₹30 करोड़ की हेराफेरी में मदद की और धन को अवैध रूप से इधर-उधर किया।

अन्य गिरफ्तार आरोपियों में बैंक के पूर्व सीईओ अभिमन्यु भों, मरुथुवर का बेटा मनोहर और कपिल देधिया शामिल हैं। जबकि पूर्व बैंक अध्यक्ष हीरेन भानु और उपाध्यक्ष गौरी भानु अभी भी फरार हैं। पुलिस को शक है कि यह पैसा हवाला चैनलों के जरिए विदेश भेजा गया है।