ट्रैफिक जाम की शिकार: ट्रैफिक जाम के कारण महिला की एंबुलेंस में ही मौत, मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर घटना

पालघर: ट्रैफिक जाम की वजह से एक महिला को अपनी आखिरी सांस एंबुलेंस में ही लेनी पड़ी। यह दर्दनाक घटना मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई, जिससे एक बार फिर इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या उजागर हुई है। मृत महिला का नाम छाया कौशिक पुरव (गुरव) है, जो पालघर तालुका के सफाले स्थित मधुकर नगर आई हुई थीं।
छाया पुरव मूल रूप से सफाले की रहने वाली थीं, लेकिन फिलहाल मुंबई के माहीम कोलीवाड़ा में रहती थीं। वे छुट्टी के लिए अपने पैतृक गांव आई हुई थीं। उनके घर के पास जिला परिषद स्कूल के पास पेड़ की शाखाएं काटने का काम चल रहा था। अचानक एक भारी डाली उनके ऊपर गिर गई, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं।
प्रारंभ में उन्हें इलाज के लिए पालघर के अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर परिवार वालों ने उन्हें मुंबई के माहीम स्थित हिंदुजा अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया।
मुंबई की ओर जाते समय घोड़बंदर मार्ग पर चल रहे मरम्मत कार्य के कारण भारी ट्रैफिक जाम था। इस वजह से छाया पुरव को ले जा रही एंबुलेंस को अपेक्षा से कहीं अधिक समय लग गया। सामान्यतः यह 100 किलोमीटर का सफर साढ़े दो घंटे में पूरा होता है, लेकिन भारी ट्रैफिक के कारण एंबुलेंस तीन घंटे में भी आधा रास्ता ही तय कर सकी थी।
इस बीच, दिए गए एनेस्थीसिया का असर कम होने लगा, जिससे उन्हें बहुत पीड़ा होने लगी। अंततः उनके पति उन्हें मीरा रोड के ऑर्बिट अस्पताल में लेकर पहुंचे, लेकिन इलाज शुरू होने से पहले ही डॉक्टरों ने छाया पुरव को मृत घोषित कर दिया।
छाया पुरव के परिवार का कहना है कि अगर एंबुलेंस समय पर अस्पताल पहुंच गई होती, तो उनकी जान बच सकती थी। इस घटना ने एक बार फिर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हो रहे मरम्मत कार्य और ट्रैफिक प्रबंधन की लचर स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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