दादर कबूतरखाना फिर सील, बीएमसी ने लगाया तिरपाल, पुलिस तैनात

मुंबई, 12 अगस्त 2025: मुंबई के दादर स्थित ऐतिहासिक कबूतरखाना को एक बार फिर सील कर दिया गया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने सोमवार सुबह स्थल को तिरपाल और बांस की सहायता से ढंक दिया। इसके साथ ही मुंबई पुलिस ने कबूतरखाना परिसर के चारों ओर बैरिकेड्स लगाकर नागरिकों को कबूतरों को दाना डालने से रोक दिया है।
बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेशों के तहत की गई है, जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर कबूतरों को दाना डालने पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा, “जब तक अदालत अगली सुनवाई में निर्णय नहीं देती, तब तक यह ढांचा ढका रहेगा।”
शनिवार को दाना डालने आए एक व्यक्ति महेन्द्र डी. संकलेचा (55) को स्थानीय निवासियों ने रोका, जिसके बाद तीखी बहस हुई। संकलेचा ने दावा किया कि उनकी तरह 12 और कारें दाना लेकर आ रही हैं। इस घटना के बाद रविवार को दंगा नियंत्रण पुलिस को तैनात किया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
शिवाजी पार्क पुलिस ने बीएमसी के जी-नॉर्थ वार्ड के कनिष्ठ पर्यवेक्षक संदेश विक्रम माटकर (57) की शिकायत पर संकलेचा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
दादर कबूतरखाना, जो 1933 में स्थापित हुआ था, लंबे समय से पक्षी प्रेमियों और धार्मिक समुदायों का केंद्र रहा है। हालांकि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने 30 जुलाई को दिए आदेश में स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए कहा कि कबूतरों को दाना डालने से फंगल इंफेक्शन और सांस की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
अदालत ने एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का निर्देश दिया है जो इस विषय पर अध्ययन कर बीएमसी को सुझाव देगी कि कबूतरों के लिए वैकल्पिक प्रबंध कैसे किए जा सकते हैं। समिति पर चर्चा के लिए 13 अगस्त को अगली सुनवाई निर्धारित है।
इस बीच, मराठी एकीकरण समिति ने 13 अगस्त को दादर कबूतरखाना पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। समिति ने कबूतरखानों को स्थायी रूप से बंद करने और दाना डालने पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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