धनतेरस पर 60 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान

नतेरस के अवसर पर देशभर में लगभग 60 हजार करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान लगाया गया है। कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय मंत्री और अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर के अनुसार, दिवाली के त्योहारों की श्रृंखला में धनतेरस व्यापारियों के लिए एक प्रमुख बिक्री का दिन है, जिसके लिए देशभर में बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं।
इस साल दिवाली पर चीनी सामानों की बिक्री में कमी के कारण चीन को करीब 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान को समर्थन देते हुए व्यापारिक संगठनों से स्थानीय कुम्हारों और कारीगरों की बिक्री को बढ़ावा देने की अपील की गई है।
धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन, रसोई के सामान, वाहन, कपड़े, और इलेक्ट्रॉनिक्स की खरीद को शुभ माना जाता है। आज देशभर में लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का सोना और 2500 करोड़ रुपये की चांदी खरीदी गई है। ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि इस वर्ष सोने और चांदी की बिक्री में वृद्धि देखी गई है, जहां सोने का भाव 80 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव 1 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।
कैट के वैदिक एवं ज्योतिष कमेटी के संयोजक आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया कि धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ पीतल के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। साथ ही घरों में यम देवता की पूजा और यम दीपक जलाने की परंपरा भी है।
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