मुंबई में 10 अप्रैल से जल संकट! टैंकर यूनियन का हड़ताल पर जाने का ऐलान

मुंबई, महाराष्ट्र: मुंबई में 10 अप्रैल से जल संकट गहराने की आशंका है क्योंकि मुंबई वॉटर टैंकर असोसिएशन (MWTA) ने अपनी सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है। यह कदम सेंट्रल ग्राउंड वॉटर अथॉरिटी (CGWA) के उस आदेश के खिलाफ उठाया गया है, जिसमें भूमिगत जल निकालने के लिए अनिवार्य लाइसेंस की शर्त रखी गई है।
वर्तमान में शहर में 1,800 से 2,500 टैंकर प्रतिदिन 200 मिलियन लीटर गैर-पीने योग्य पानी की आपूर्ति करते हैं, जो स्थानीय कुओं और बोरवेल से निकाला जाता है।
CGWA ने 2020 में अत्यधिक भूमिगत जल दोहन पर रोक लगाने के लिए यह लाइसेंसिंग नीति लागू की थी। बीएमसी ने कई टैंकर मालिकों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है, जिसमें उन्हें NOC लेने या आपूर्ति बंद करने का निर्देश दिया गया है।
MWTA के प्रवक्ता अंकुर शर्मा ने कहा, “हर कुएं के चारों ओर 200 वर्ग मीटर की जगह, फ्लो मीटर और GPS सिस्टम जैसी शर्तों को मुंबई जैसे घनी आबादी वाले शहर में पूरा करना असंभव है।”
टैंकर यूनियन का दावा है कि सिर्फ पीने के पानी के लिए नहीं, बल्कि सड़क निर्माण, होटल, मॉल, बिल्डिंग निर्माण और रेडी मिक्स प्लांट्स जैसी जगहों पर भी गैर-पीने योग्य पानी की भारी मांग होती है। अगर टैंकर सेवाएं बंद होती हैं तो हजारों लोग बेरोजगार हो सकते हैं।
2023 में भी इसी तरह की नोटिस के चलते हड़ताल की घोषणा की गई थी, जो बाद में राज्य सरकार के हस्तक्षेप से टल गई थी। इस बार MWTA ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हस्तक्षेप की अपील की है, लेकिन कोई हल नहीं निकला तो 10 अप्रैल से पानी की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी।
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