भारत में पिछले दशक में ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार से आया क्रांतिकारी परिवर्तन: शंकर ठक्कर

व्यापारियों और उद्योगों को भंडारण लागत में मिली बड़ी राहत

भारत में पिछले दशक में ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार से आया क्रांतिकारी परिवर्तन: शंकर ठक्कर

नई दिल्ली, 19 जून: भारत में पिछले एक दशक के दौरान परिवहन अवसंरचना (ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर) में हुए व्यापक सुधारों ने देश के व्यापार और उद्योग जगत में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय मंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि इन सुधारों के कारण व्यापारियों को अब अधिक मात्रा में माल भंडारण की आवश्यकता नहीं रह गई है, जिससे उनकी लागत में उल्लेखनीय कमी आई है।

ठक्कर ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रमुख योजनाएं — पीएम गति शक्ति, भारतमाला, सागरमाला, राष्ट्रीय रसद नीति और उड़ान योजना — देश में ट्रांसपोर्ट सिस्टम को एकीकृत और प्रभावी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हुई हैं।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क की लंबाई 60% बढ़कर 1,46,204 किमी हो गई है और सड़क निर्माण की गति 2014 में 11.6 किमी/दिन से बढ़कर 34 किमी/दिन हो गई है। वर्ष 2014 से अब तक सड़क परिवहन और राजमार्ग बजट में 570% की वृद्धि हुई है।

रेलवे क्षेत्र में भी वंदे भारत जैसी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनों की शुरुआत, 31,000 किमी नई पटरियां, और 45,000 किमी ट्रैक नवीनीकरण, साथ ही 45,000 रूट किमी विद्युतीकरण, इस बात का प्रमाण है कि भारत का रेलवे नेटवर्क अब अधिक आधुनिक और तेज़ हुआ है।

बंदरगाहों की क्षमता 2,762 एमएमटीपीए तक दोगुनी हो चुकी है और सागरमाला परियोजना के तहत 277 परियोजनाएं पूरी की जा चुकी हैं। साथ ही, भारत में अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से कार्गो परिवहन में 710% की वृद्धि दर्ज की गई है।

हवाई परिवहन क्षेत्र में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है — 2014 में 74 हवाई अड्डों की संख्या अब बढ़कर 160 हो चुकी है, जिससे देश के दूरदराज क्षेत्रों तक संपर्क बेहतर हुआ है।

शंकर ठक्कर ने कहा कि इन सभी परिवहन सुधारों का सीधा लाभ व्यापारिक वर्ग, विशेषकर छोटे उद्योगों और व्यापारियों को मिला है। पहले जहां ट्रांसपोर्ट में देरी के कारण माल को स्टोर करने की आवश्यकता होती थी, वहीं अब सामान समय पर गंतव्य तक पहुंच रहा है, जिससे भंडारण लागत में भारी कटौती हुई है।

उन्होंने इस बदलाव को भारत की आर्थिक प्रगति के लिए एक मजबूत आधार बताया और कहा कि यह सुधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए दूरदर्शी योजनाओं और निवेश का परिणाम है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow