ऑपरेशन सिंदूर पर सेना का बयान: "हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, न कि पाकिस्तानी सेना से"

ऑपरेशन सिंदूर पर सेना का बयान: "हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, न कि पाकिस्तानी सेना से"

नई दिल्ली – भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच सोमवार को भारतीय सेना ने ऑपरेशन "सिंदूर" पर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से जानकारी दी। आर्मी के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. मोदी और वायुसेना के एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने प्रेस को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई और उससे संबंधित परिस्थितियों पर प्रकाश डाला।

एयर मार्शल भारती ने अपने संबोधन में कहा, “भय बिनु होय न प्रीत — हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, न कि पाकिस्तान की सेना से। लेकिन जब पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने जवाब दिया। अपने नुकसान के लिए पाकिस्तान खुद जिम्मेदार है।”

भारतीय वायुसेना प्रमुख ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों में चीनी मूल की मिसाइलें, ड्रोन, लॉन्ग रेंज रॉकेट्स और UAV शामिल थे, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने हमलों में नागरिक और सैन्य ढांचों को कम से कम नुकसान पहुँचाने की रणनीति अपनाई, जबकि पाकिस्तान ने अंधाधुंध तरीके से हर दिशा में हमला किया।

एयर डिफेंस सिस्टम की बहुस्तरीय सुरक्षा
भारतीय सेना ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सभी एयर डिफेंस सिस्टम एकसाथ सक्रिय किए गए। एयर मार्शल भारती ने कहा, “हमारे पास लो लेवल फायरिंग सिस्टम, शॉर्ट और लॉन्ग रेंज मिसाइलें, मॉडर्न एयर डिफेंस टेक्नोलॉजी हैं, जिससे दुश्मन के विमानों, ड्रोन और मिसाइलों को समय रहते ढेर किया गया।”

ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति और परिणाम
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने ऑपरेशन की रणनीति को समझाते हुए कहा कि बीते वर्षों में आतंकवादियों की गतिविधियों के स्वरूप में बदलाव आया था। भारत ने अपने एयर डिफेंस ढांचे को बहुस्तरीय बनाकर अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को अभेद्य बनाया है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 7 मई को आतंकियों के ठिकानों पर केंद्रित थी। लेकिन जब पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो जवाबी कार्रवाई की गई।

भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को शाम 5 बजे संघर्ष विराम लागू किया गया था। लेकिन पाकिस्तान ने इसे महज तीन घंटे में ही तोड़ दिया और जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, और पंजाब में ड्रोन हमलों की कोशिश की गई, जिसे भारत ने विफल कर दिया।

सेना के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर में 5 भारतीय सेना के जवान, 2 बीएसएफ जवान शहीद हुए और 60 घायल हैं। इसके अलावा 27 नागरिकों की जान भी गई।

सेना के तीनों अंगों ने स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है और जब तक कोई देश आतंक को समर्थन देगा, उसे जवाब भी मिलेगा। भारत ने संयम के साथ शक्ति का प्रयोग किया है और आगे भी देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।

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