नई दिल्ली में व्यापारिक रणनीति पर बड़ा फैसला आज, तुर्की और अज़रबैजान के व्यापार बहिष्कार पर होगा निर्णय

नई दिल्ली, 16 मई: देशभर के व्यापारियों की शीर्ष संस्था कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन आयोजित किया है, जिसमें तुर्की और अज़रबैजान जैसे भारत-विरोधी रुख अपनाने वाले देशों के साथ सभी व्यापारिक संबंध समाप्त करने पर विचार किया जा रहा है।
कैट के राष्ट्रीय मंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि यह फैसला उन देशों के खिलाफ व्यापारी वर्ग की देशभक्ति और राष्ट्रहित में एकजुटता को दर्शाएगा, जो भारत के विरोध में खड़े हैं। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है कि व्यापारी वर्ग राष्ट्र के साथ खड़ा हो और ऐसे देशों के साथ व्यापार को पूरी तरह बंद करे।”
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया:
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अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 तक भारत ने तुर्की को 5.2 अरब डॉलर का निर्यात किया जबकि 2.84 अरब डॉलर का आयात किया।
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अज़रबैजान को भारत का निर्यात 86.07 मिलियन डॉलर, जबकि आयात 1.93 मिलियन डॉलर रहा।
भारत से इन देशों को पेट्रोलियम, दवाएं, स्टील, वस्त्र, मशीनरी, और कीमती पत्थर जैसे उत्पाद निर्यात होते हैं, जबकि वहां से कच्चा तेल, मार्बल, फल, केमिकल्स व अन्य उत्पाद भारत आते हैं।
कैट के अध्यक्ष बी. सी. भरतिया और शंकर ठक्कर ने कहा कि यदि भारतीय व्यापारी सामूहिक रूप से बहिष्कार का निर्णय लेते हैं, तो इससे तुर्की और अज़रबैजान की अर्थव्यवस्था को गंभीर झटका लगेगा।“यह व्यापार उनके लिए अत्यंत लाभकारी है, लेकिन भारत के खिलाफ खड़े होने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी,” — शंकर ठक्कर
कैट ने यह भी दावा किया है कि उसके प्रयासों के चलते भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से 24 घंटे से कम समय में सभी पाकिस्तानी झंडों और उत्पादों को हटा दिया गया।
इस संबंध में कैट ने केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल और उपभोक्ता मामलों के मंत्री श्री प्रह्लाद जोशी को पत्र भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।"अब यदि आप पाकिस्तानी झंडा सर्च करेंगे, तो केवल भारतीय तिरंगा ही दिखाई देगा," — कैट बयान
कैट ने इसे भारतीय व्यापारियों की एकता और डिजिटल क्षेत्र में राष्ट्रहित की जीत करार दिया है। संगठन ने देशवासियों से अपने विश्वास और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
सम्मेलन में भारतीय सेना के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए देशव्यापी तिरंगा यात्रा आयोजित करने की योजना पर भी चर्चा हो रही है। इसके साथ ही ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा भारतीय व्यापार को नुकसान पहुंचाने के विरुद्ध सख्त कदम उठाने की भी तैयारी है।
कैट ने दोहराया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में व्यापारी वर्ग राष्ट्रहित में एकजुट है और आवश्यकतानुसार कठोर निर्णय लेने के लिए तैयार है।
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