सिक्किम: छतेन से पाक्योंग तक एयरलिफ्ट कर 34 फंसे लोगों को किया गया सुरक्षित रेस्क्यू, घायल सेना कर्मी भी शामिल

गंगटोक : सिक्किम सरकार द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, छतेन (Chaten) में फंसे 34 लोगों, जिनमें घायल सेना के जवान, उनके परिजन और पर्यटक शामिल थे, को MI-17 V5 हेलिकॉप्टरों की मदद से पाक्योंग ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट तक सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया गया। यह राहत अभियान बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
इससे पहले, 2 जून को लाचुंग में फंसे पर्यटकों को भी स्थानीय प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, और लाचुंग होटल एसोसिएशन के सहयोग से सुरक्षित बाहर निकाला गया। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष ग्यात्सो लाचुंगपा स्वयं इस राहत कार्य का नेतृत्व कर रहे हैं।
मंगन जिले के पुलिस अधीक्षक देचू भूटिया के अनुसार, लगातार बारिश, भूस्खलन और पुलों के टूटने से लाचेन और लाचुंग में लगभग 1,000 से अधिक पर्यटक फंसे हुए थे।
2 जून को पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने जानकारी दी थी कि मंगन जिले में चुंगथांग-फिडांग सड़क मार्ग बहाल कर दिया गया है, जिससे फंसे हुए पर्यटकों की सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया शुरू हो सकी है।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन में जिला पुलिस, प्रशासन, और कई एजेंसियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिनमें शामिल हैं:
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भारतीय सेना
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भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)
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सीमा सड़क संगठन (BRO)
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राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF)
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जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (GREF)
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फायर और मेडिकल टीम
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सिक्किम ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन (TAAS)
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भारतीय हिमालयन एडवेंचर और ईको-टूरिज्म केंद्र (IHCAE) चेमचे
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ड्राइवर एसोसिएशन
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और स्थानीय स्वयंसेवक।
पर्यटन विभाग व जिला कलेक्टर कार्यालय के अनुसार, अब तक लगभग 1,670 पर्यटकों को सफलतापूर्वक निकाला गया है, और रेस्क्यू अभियान अब भी जारी है।
पर्यटन, नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सी. सुबाकर राव ने कहा कि “जिला प्रशासन दिन-रात जुटा हुआ है ताकि पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।”
गौरतलब है कि 30-31 मई की रात उत्तरी सिक्किम में मूसलाधार बारिश और बादल फटने की वजह से तेज बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिससे सड़कें और पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। तीस्ता नदी का जलस्तर 35-40 फीट तक बढ़ गया, जिससे क्षेत्रीय संपर्क पूरी तरह से टूट गया था।
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