गुजरात: पाकिस्तानी एजेंट को बीएसएफ और नेवी की खुफिया जानकारी भेजने वाला युवक गिरफ्तार

अहमदाबाद : गुजरात एटीएस (आतंकवाद रोधी दस्ते) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 28 वर्षीय युवक सहदेवसिंह गोहिल को गिरफ्तार किया है। गोहिल पर आरोप है कि उसने सीमा सुरक्षा बल (BSF) और भारतीय नौसेना से जुड़ी संवेदनशील और गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान की एक महिला एजेंट को WhatsApp के माध्यम से भेजीं।
गुजरात एटीएस के अनुसार, गोहिल कच्छ जिले के लाखपत तालुका के नारायण सरोवर का रहने वाला है और वह माता नो माध क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अनुबंधित स्वास्थ्यकर्मी के रूप में कार्यरत था।
गोहिल ने पूछताछ में कबूल किया कि वह जुलाई 2023 से “आदिति भारद्वाज” नाम से खुद को भारतीय बताने वाली पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में था। महिला के कहने पर गोहिल ने बीएसएफ चौकियों, नौसेना कार्यालयों और भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के पास चल रही निर्माण गतिविधियों की फोटो और वीडियो उसे भेजे थे।
जांच में पता चला कि जनवरी 2024 में गोहिल ने फर्जी नाम पर एक नया सिम कार्ड खरीदा, और उसका WhatsApp ओटीपी पाकिस्तानी एजेंट को सौंप दिया, जिससे वह उस नंबर से सीधे संचालित हो सके। गोहिल इसी नंबर से लगातार गोपनीय तस्वीरें और वीडियो भेजता रहा।
गोहिल का मोबाइल फोन फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) को भेजा गया था, जहां से WhatsApp चैट, कॉल रिकॉर्ड्स और गोपनीय मल्टीमीडिया फाइलें बरामद हुईं। सबूतों में बीएसएफ और नौसेना कार्यालयों की तस्वीरें और संवेदनशील निर्माण गतिविधियों के वीडियो शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि गोहिल को एक बार गोपनीय जानकारी साझा करने के बदले ₹40,000 तक का भुगतान किया गया। उसे पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के एवज में आर्थिक लाभ मिल रहा था।
गुजरात एटीएस के एसपी के. सिद्धार्थ ने बताया, “आदिति भारद्वाज के नाम से जो WhatsApp नंबर चल रहे थे, वे पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे थे। गोहिल और महिला एजेंट के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 61 और 148 (BNS) के तहत मामला दर्ज किया गया है।”
केन्द्रीय एजेंसियों से विचार-विमर्श के बाद, इंस्पेक्टर पी.बी. देसाई, सब-इंस्पेक्टर डीवी राठौड़, और आरआर गर्चर के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। डिप्टी एसपी सिद्धार्थ चोरोलोंडा और निरज उपाध्याय के मार्गदर्शन में टीम ने 1 मई को गोहिल को एटीएस मुख्यालय, अहमदाबाद में हिरासत में लेकर पूछताछ की और बाद में गिरफ्तार किया।
गुजरात एटीएस ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "डिजिटल फॉरेंसिक जांच और गोहिल के इकबालिया बयान के आधार पर, यह स्पष्ट है कि उसने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को अवैध रूप से साझा किया।"
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