नितिन गडकरी का आदेश: मुंबई-आहमदाबाद राष्ट्रीय हाइवे के कंक्रीटीकरण कार्य में देरी और खराब गुणवत्ता पर ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी

वसई: केंद्रीय परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को मुंबई-आहमदाबाद राष्ट्रीय हाइवे का कंक्रीटीकरण कार्य निर्धारित समय पर पूरा करने का निर्देश दिया है। साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर कोई ठेकेदार काम की गुणवत्ता बनाए रखने में विफल रहता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई-आहमदाबाद राष्ट्रीय हाइवे के 121 किमी लंबाई के कंक्रीटीकरण कार्य की शुरुआत दिसंबर 2023 में की गई थी। कार्य की गुणवत्ता और इससे उत्पन्न ट्रैफिक समस्याओं के बारे में सांसदों ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की थी। इस मौके पर उन्होंने परिवहन विभाग से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की।
मुंबई-आहमदाबाद राष्ट्रीय हाइवे का कंक्रीटीकरण कार्य जारी है, लेकिन कई स्थानों पर सड़क की सतह पर कंक्रीट की परत उखड़ रही है और सड़क का स्तर समान नहीं है, जिसके कारण वाहनों को सही से चलने में परेशानी हो रही है। नए बने सड़कों के किनारों पर गड्ढे होने, फ्लाईओवर पर लाइट्स बंद रहने, सर्विस रोड की कमजोर गुणवत्ता, ट्रैफिक जाम, और फ्लाईओवर के निर्माण कार्य को लेकर कई शिकायतें मिली हैं। इस संदर्भ में नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायतों की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
राष्ट्रीय हाइवे प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुहास चितनिस ने बताया कि 121 किमी में से 81 किमी का कंक्रीटीकरण कार्य पूरा हो चुका है और अप्रैल 2025 तक सड़क और फ्लाईओवर का कंक्रीटीकरण कार्य पूरा हो जाएगा। साथ ही, वर्तमान में छह स्थानों पर कंक्रीटीकरण का काम जारी है और कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विशेष निगरानी टीमों का गठन किया गया है।
इस संदर्भ में यह भी बताया गया कि पालघर-जवाहिर-त्र्यंबकेश्वर-घोटी-सिन्नर रोड को 2016 में राष्ट्रीय महामार्ग (160A) का दर्जा दिया गया था, लेकिन सड़क चौड़ा करने के लिए भूमि अधिग्रहण और वन विभाग की भूमि संबंधी मुद्दों को हल करने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए गए हैं। यह मामला भी परिवहन मंत्री के ध्यान में लाया गया है।
कलक्टर द्वारा निरीक्षण: मुंबई-बारोड़ा एक्सप्रेसवे का काम तेज गति से चल रहा है, लेकिन कुछ स्थानों पर भूमि अधिग्रहण संबंधी समस्याओं के कारण काम में देरी हो रही है। कलक्टर गोविंद बोडके ने संबंधित उप-विभागीय अधिकारियों और राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर भूमि निरीक्षण किया और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करने के लिए मार्गदर्शन किया।
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